बच्चों की नाभि पकना -जन्म के कुछ दिनों बाद -Children's navel ripening - a few days after birth
बच्चों के नाल काटने के बाद उचित देखभाल न होने के कारण नवजात बच्चों की नाभि पक जाती है। जो उपचार न होने के कारण गंभीर रूप से घाव का रूप ले लेती है। इसमें बच्चे के नाभि स्थान पर दर्द का अनुभव होता है। अगर उचित समय पर चिकित्सा न होने पर यह खरनाक हो सकता है।
गोल बैगन को भूनकर उसमें दही मिलाकर नाभि के ऊपर पट्टी बांध दें। ऐसा एक सप्ताह तक लगातार करने
से पकी नाभि ठीक हो जाएगी।
से पकी नाभि ठीक हो जाएगी।
फ़िटकरी के लावे का चूर्ण नाभि पर बांध दें। फायदेमंद साबित होगा।
नाभि पर सरसों का तेल लगायें।
महीन पीसी हुई हल्दी को सरसों के तेल में मिलाकर नाभि पर लगावें ।
हलके गरम पानी से घाव को नियमित रूप से धोना फायदेमंद है।
Children's navel ripening - a few days after birth
Due to lack of proper care after cutting the placenta of the children, the navel of the newborn is ripened. Which seriously takes the form of a wound due to lack of treatment. In this, pain is experienced in the navel region of the child. It can be dangerous if not treated at the right time.
Fry the round brinjal and add curd to it and tie it above the navel. Doing this continuously for one week will cure the ripe navel.
Tie alum powder on the navel. Will prove beneficial.
Apply mustard oil on the navel.
Mix finely powdered turmeric in mustard oil and apply it on the navel.
It is beneficial to wash the wound regularly with light hot water.
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