रोगियों , रोगग्रस्त ब्यक्तियों के लिए आहार विहार, योग एवम पथ्य पालन
1. योगासन: पद्मासन, सिद्धासन, चक्रासन, हलासन, बज्रासन,सुप्त बज्रासन, मत्स्यासन भुजंगासन,
धनुरासन, संतुलासन, शवासन कटिपिन्डमर्दासन पादपश्चिमोत्तासन, मयूरासन, ताड़ासन,
गोरकअर्द्धमत्स्येंद्रासन, सर्वांगसन, पवनमुक्तासन,योगमुद्रासन,
धनुरासन, संतुलासन, शवासन कटिपिन्डमर्दासन पादपश्चिमोत्तासन, मयूरासन, ताड़ासन,
गोरकअर्द्धमत्स्येंद्रासन, सर्वांगसन, पवनमुक्तासन,योगमुद्रासन,
2. प्राणायाम : ऊर्जायी, सूर्यभेदी, शीतली , भ्रामरी , शीतकारी, सादा प्राणायाम, ब्रह्ममुद्रा , ओउम का
गुंजन ।
गुंजन ।
3 . मुद्रा : ध्यान, वायु , पृथ्वी , वरुण , सूर्य , प्राण, शिवलिंग ।
4 उपवास : फल दूध का आहार लेना है । केवल उबला हुआ पानी पीना है। उपवास के बाद मुंग का
पानी बढ़ाते हुए लेना है ।
पानी बढ़ाते हुए लेना है ।
5 उषापान : रात को ताम्बे के लोटे में रखा हुआ जल ब्रह्ममुर्हूत में खाली पेट पीना है ।
6
आपका आहार : मूँग का पानी, चावल का पानी, जौ का पानी, चने का रस,
दलिया , खिचड़ी , गाय
का दूध , चावल , रोटी , तिल का तेल , गाय का घी , अंकुरित चना , अंकुरित मूँग ।
7 . फल : अंगूर ,काला मुनक्का, (कलिद्राक्ष )अनानास, सेवफल, बेलफल, नीबू , संतरा, अनार, नारियल
का पानी खजूर ,काजू , अंजीर, अखरोट , छुहारा , पका आम, गन्ना , सिंघारा ।
8. सब्जियां : पालक , बथुआ, परवल , तुरई , बिन्स , लौकी , मूली , सहजन की फली , खीरा , जमीकंद ,
चुकंदर , पेठा (सीताफल ), अदरक ।
9. मूंग का प्रयोग : 100 ग्राम मुंग में 1500 मिलीलीटर पानी डालकर उबालें जब पानी सुख जाय तो
इसे उतारकर हल्दी, काली मिर्च, सोंठ, अदरक, जीरा, धनिया आदि मसाला डालकर खायें ।
10 . चावलों का पानी: 1 किलो पानी में 50 ग्राम पुराने चावल धोकर डालें तथा उबालें दो तीन उबाल
आने पर इसे छलनी से से छानकर , रोगी की दशा और आवश्यकतानुसार शक्कर या नमक
मिलाकर पिलावें ।
11. जौ का पानी : चावलों के पानी की तरह 100 ग्राम जौ को 1 किलो पानी में डालकर पकावें जौ जब
बराबर पक जाएँ तब उतारकर छलनी से छानकर रोगी को पिलायें ।
12. जौ गुअल : 50 ग्राम जौ के आंटे को थोड़े से पानी में घोलकर उसमें 700 मिलीलीटर उबलता हुआ
पानी धीरे धीरे मिलाएं तथा 10 से 15 मिनट तक धीमी आंच पर पकावें। इसे छानकर इसमें गरम
दूध मिलाकर कुछ समय तक ठंढा होने दे। फिर इसे रोगी को दें ।
13. घेंस (महेरी ) : एक मुट्ठी चावल को पर साधारण सेंक लें । एक किलो पानी में आवश्यकतानुसार
थोड़ा सेंघा नमक डालकर उसमें चावल डालकर आधा पानी जल जाने तक उबालें । बाद में फीकी
छाछ डालना हो तो छाछ डालें घेंस बनने की तयारी हो तो तब तिल के तेल में जीरा, धनिया,
लौंग, अदरक तथा काली मिर्च का छौंक दे सकते है फिर इसे गर्म गर्म पी जाएँ ।
14. जावलू मिश्रित अनाज : तवे पर मुंग, चावल, चना, गेहूं अलग अलग साधारण सेंककर मोटा मोटा
पीस लें। बाद में मिश्रण करके उसमें से एक मुठी मिश्रण को एक किलो पानी में थोड़ा सा सेंघा
नमक डालकर धीमी आँच पर पकावें ।। उसमें जीरा, मेंथी , लौंग इलाइची, अदरक, दालचीनी,
धनिया, कालीमिर्च, हल्दी, लहसुन का छौंक दे सकतें है फिर इसे रोगी को दें ।
15. धनिया पंचक : धनिया, सौंफ , कलिद्राक्ष, तथा मिश्री इन पांचों मिश्रण को समान भाग में कूट
पीसकर 20 ग्राम मिश्रण को रात में 200 मिलीलीटर पानी में भिंगोकर शुबह मसलकर छानकर पी
जायें ।
16. कलिद्राक्ष यानि काला मुनक्का का काढ़ा : 20 ग्राम कलिद्राक्ष को 300 मिलीलीटर पानी में कम से
कम 8 घंटे भिंगोकर रख दें । बाद में उसे ऊबालें जब 100 मिलीलीटर पानी बच जाय तब उसमें
द्राक्ष को मसलकर पी जाएँ ।
17. चने का रस : 50 ग्राम चने को 500 मिलीलीटर पानी में भिंगोकर छह से सात घंटे रखें । इसके बाद
पानी सहित चने को पतीले में डालकर उबालें और ऊपर से थोड़ा सेंघा नमक तथा 5 -6 काली
मिर्च के दाने डालकर कुछ देर पकाने के बाद रस को छानकर रोगी को दें ।
18. दलिया : 100 ग्राम बढ़िया गेहूं के दलीया को पतीले में थोड़ा सेकने के बाद 1500 मिलीलीटर
उबलता हुआ पानी डालें । जब दलीया अच्छी तरह पक जाये तब उतारकर उसमें मसाला
डालें। मीठा दलिया बनाने के लिए उसमें आवश्यकतानुसार मिश्री या गुड़ डालें। अगर घी डालना
हो तो पानी के साथ 20 ग्राम घी डाल दें तथा इसे रोगी दें ।
19. सोंठ का काढ़ा : 200 मिलीलीटर पानी में 5 ग्राम सोंठ का चूर्ण डालकर उबालें । जब यह एक कप
बचे तब उसमें 10 -15 मिलीलीटर एरंड का तेल डालकर माहवारी , मासिक धर्म के सात दिन के
पूर्व शुबह खाली पेट पी जायें ।
20. . टब बाथ यानि कटिस्नान: सहन हो सके उतना गर्म पानी को टब में भरकर, पैर बाहर रखकर
कमर तथा नाभि से नीचे का हिस्सा पानी में डूबे ।। इस प्रकार 30 मिनट तक प्रातः सायं बैठे ।
का दूध , चावल , रोटी , तिल का तेल , गाय का घी , अंकुरित चना , अंकुरित मूँग ।
7 . फल : अंगूर ,काला मुनक्का, (कलिद्राक्ष )अनानास, सेवफल, बेलफल, नीबू , संतरा, अनार, नारियल
का पानी खजूर ,काजू , अंजीर, अखरोट , छुहारा , पका आम, गन्ना , सिंघारा ।
8. सब्जियां : पालक , बथुआ, परवल , तुरई , बिन्स , लौकी , मूली , सहजन की फली , खीरा , जमीकंद ,
चुकंदर , पेठा (सीताफल ), अदरक ।
9. मूंग का प्रयोग : 100 ग्राम मुंग में 1500 मिलीलीटर पानी डालकर उबालें जब पानी सुख जाय तो
इसे उतारकर हल्दी, काली मिर्च, सोंठ, अदरक, जीरा, धनिया आदि मसाला डालकर खायें ।
10 . चावलों का पानी: 1 किलो पानी में 50 ग्राम पुराने चावल धोकर डालें तथा उबालें दो तीन उबाल
आने पर इसे छलनी से से छानकर , रोगी की दशा और आवश्यकतानुसार शक्कर या नमक
मिलाकर पिलावें ।
11. जौ का पानी : चावलों के पानी की तरह 100 ग्राम जौ को 1 किलो पानी में डालकर पकावें जौ जब
बराबर पक जाएँ तब उतारकर छलनी से छानकर रोगी को पिलायें ।
12. जौ गुअल : 50 ग्राम जौ के आंटे को थोड़े से पानी में घोलकर उसमें 700 मिलीलीटर उबलता हुआ
पानी धीरे धीरे मिलाएं तथा 10 से 15 मिनट तक धीमी आंच पर पकावें। इसे छानकर इसमें गरम
दूध मिलाकर कुछ समय तक ठंढा होने दे। फिर इसे रोगी को दें ।
13. घेंस (महेरी ) : एक मुट्ठी चावल को पर साधारण सेंक लें । एक किलो पानी में आवश्यकतानुसार
थोड़ा सेंघा नमक डालकर उसमें चावल डालकर आधा पानी जल जाने तक उबालें । बाद में फीकी
छाछ डालना हो तो छाछ डालें घेंस बनने की तयारी हो तो तब तिल के तेल में जीरा, धनिया,
लौंग, अदरक तथा काली मिर्च का छौंक दे सकते है फिर इसे गर्म गर्म पी जाएँ ।
14. जावलू मिश्रित अनाज : तवे पर मुंग, चावल, चना, गेहूं अलग अलग साधारण सेंककर मोटा मोटा
पीस लें। बाद में मिश्रण करके उसमें से एक मुठी मिश्रण को एक किलो पानी में थोड़ा सा सेंघा
नमक डालकर धीमी आँच पर पकावें ।। उसमें जीरा, मेंथी , लौंग इलाइची, अदरक, दालचीनी,
धनिया, कालीमिर्च, हल्दी, लहसुन का छौंक दे सकतें है फिर इसे रोगी को दें ।
15. धनिया पंचक : धनिया, सौंफ , कलिद्राक्ष, तथा मिश्री इन पांचों मिश्रण को समान भाग में कूट
पीसकर 20 ग्राम मिश्रण को रात में 200 मिलीलीटर पानी में भिंगोकर शुबह मसलकर छानकर पी
जायें ।
16. कलिद्राक्ष यानि काला मुनक्का का काढ़ा : 20 ग्राम कलिद्राक्ष को 300 मिलीलीटर पानी में कम से
कम 8 घंटे भिंगोकर रख दें । बाद में उसे ऊबालें जब 100 मिलीलीटर पानी बच जाय तब उसमें
द्राक्ष को मसलकर पी जाएँ ।
17. चने का रस : 50 ग्राम चने को 500 मिलीलीटर पानी में भिंगोकर छह से सात घंटे रखें । इसके बाद
पानी सहित चने को पतीले में डालकर उबालें और ऊपर से थोड़ा सेंघा नमक तथा 5 -6 काली
मिर्च के दाने डालकर कुछ देर पकाने के बाद रस को छानकर रोगी को दें ।
18. दलिया : 100 ग्राम बढ़िया गेहूं के दलीया को पतीले में थोड़ा सेकने के बाद 1500 मिलीलीटर
उबलता हुआ पानी डालें । जब दलीया अच्छी तरह पक जाये तब उतारकर उसमें मसाला
डालें। मीठा दलिया बनाने के लिए उसमें आवश्यकतानुसार मिश्री या गुड़ डालें। अगर घी डालना
हो तो पानी के साथ 20 ग्राम घी डाल दें तथा इसे रोगी दें ।
19. सोंठ का काढ़ा : 200 मिलीलीटर पानी में 5 ग्राम सोंठ का चूर्ण डालकर उबालें । जब यह एक कप
बचे तब उसमें 10 -15 मिलीलीटर एरंड का तेल डालकर माहवारी , मासिक धर्म के सात दिन के
पूर्व शुबह खाली पेट पी जायें ।
20. . टब बाथ यानि कटिस्नान: सहन हो सके उतना गर्म पानी को टब में भरकर, पैर बाहर रखकर
कमर तथा नाभि से नीचे का हिस्सा पानी में डूबे ।। इस प्रकार 30 मिनट तक प्रातः सायं बैठे ।
Dieting, yoga and dietary practice for patients, diseased people
1. Yogasana: Padmasana, Siddhasana, Chakrasana, Halasana, Bajrasana, Supt Bajrasana,
Matsyasana Katipindamardasan, Padschimottasana, Mayurasan, Tadasana, Goraksana,
Ardhamatsyandrasana, Sarvangasana, Pawanmuktasana, Yogamudrasana, Bhujangasana,
Dhanurasana, Santulasana.
2. Pranayama: Energetic, Suryabhedi, Sheetali, Bhramari, Sheetkari, Plain Pranayam,
Brahmamudra, Oum hum.
3. Posture: Meditation, Air, Earth, Varuna, Surya, Prana, Shivalinga.
4 Fasting: Take a diet of fruit milk. Drink only boiled water. Increase the water of mung after
fasting.
5 Usage: To drink water kept in the pot of copper at night is to drink in an empty stomach in
Brahmamurhut.
6 Your diet: coral water, rice water, barley water, gram juice, oatmeal, khichdi, cow's milk,
rice, roti, sesame oil, cow's ghee, sprouted gram, sprouted coral.
7. Fruits: Grapes, black grapefruit, (Kalidraksh) pineapple, sevaphal, bellflower, lemon, orange, pomegranate, coconut water, dates, cashew nuts, figs, walnuts, date-palm, ripe mangoes, sugarcane, singhara.
8. Vegetables: Spinach, Bathua, Parwal, Turai, Bins, Gourd, Radish, Drumstick, Cucumber,
Jamikand, Beetroot, Petha (Sitaphal), Ginger.
9. Use of moong: Boil 1500 ml water in 100 grams of mung, when the water is dry, take it off
and eat spices like turmeric, black pepper, dry ginger, ginger, cumin, coriander etc.
10. Rice water: Wash 50 grams of old rice in 1 kg of water and after boiling two to three boils,
filter it with a sieve, add sugar or salt as per the condition of the patient and drink it.
1. Yogasana: Padmasana, Siddhasana, Chakrasana, Halasana, Bajrasana, Supt Bajrasana,
Matsyasana Katipindamardasan, Padschimottasana, Mayurasan, Tadasana, Goraksana,
Ardhamatsyandrasana, Sarvangasana, Pawanmuktasana, Yogamudrasana, Bhujangasana,
Dhanurasana, Santulasana.
2. Pranayama: Energetic, Suryabhedi, Sheetali, Bhramari, Sheetkari, Plain Pranayam,
Brahmamudra, Oum hum.
3. Posture: Meditation, Air, Earth, Varuna, Surya, Prana, Shivalinga.
4 Fasting: Take a diet of fruit milk. Drink only boiled water. Increase the water of mung after
fasting.
5 Usage: To drink water kept in the pot of copper at night is to drink in an empty stomach in
Brahmamurhut.
6 Your diet: coral water, rice water, barley water, gram juice, oatmeal, khichdi, cow's milk,
rice, roti, sesame oil, cow's ghee, sprouted gram, sprouted coral.
7. Fruits: Grapes, black grapefruit, (Kalidraksh) pineapple, sevaphal, bellflower, lemon, orange, pomegranate, coconut water, dates, cashew nuts, figs, walnuts, date-palm, ripe mangoes, sugarcane, singhara.
8. Vegetables: Spinach, Bathua, Parwal, Turai, Bins, Gourd, Radish, Drumstick, Cucumber,
Jamikand, Beetroot, Petha (Sitaphal), Ginger.
9. Use of moong: Boil 1500 ml water in 100 grams of mung, when the water is dry, take it off
and eat spices like turmeric, black pepper, dry ginger, ginger, cumin, coriander etc.
10. Rice water: Wash 50 grams of old rice in 1 kg of water and after boiling two to three boils,
filter it with a sieve, add sugar or salt as per the condition of the patient and drink it.
11. Barley water: Like rice water, put 100 grams of barley in 1 kg of water and when ripe
barley is cooked, remove it and filter it with a sieve and feed it to the patient.
12. Barley Gual: Mix 50 grams of barley flour in a little water and add 700 ml of boiling water
slowly and cook on low flame for 10 to 15 minutes. Sieve it and mix warm milk in it and let
it cool for some time. Then give it to the patient.
13. Ghanes (Maheri): Bake a handful of rice on it. Put rice in a kilo of water, add a little bit of
salt, and boil half the water till it burns. If you want to add buttermilk later, add buttermilk,
if it is ready to become a dense butter then you can add cumin, coriander, cloves, ginger and
black pepper in sesame oil and then drink it hot.
14. Javlu Mixed Grains: Grind mung, rice, gram, wheat separately on a pan and grind them
coarsely. After mixing, cook one mutha mixture in a kilo of water by adding a little sengha
salt on low heat. You can add cumin, fenugreek, cloves cardamom, ginger, cinnamon,
coriander, black pepper, turmeric, garlic and then give it to the patient.
15. Coriander Panchak: Grind coriander, fennel, kalidraksh, and sugar candy in equal
portions and crush 20 grams of this mixture in 200 ml water overnight and then drink it
after filtering.
16. Kalidraksh means black decoction of dry grapes: Soak 20 grams Kalidraksh in 300 ml
water for at least 8 hours. After that, boil it when 100 ml water is left, then crush and drink
in it.
17. Gram juice: Soak 50 grams of gram in 500 ml water and keep it for six to seven hours.
After this, boil the gram with water and put it in the pot and after that add a little sengha
salt and 5 -6 black peppercorns, after cooking for some time, filter the juice and give it to the
patient.
18. Oatmeal: After roasting 100 grams of fine wheat dalia in a pot, add 1500 ml of boiling
water. When the Dalia is cooked well then remove it and add spices to it. To make sweet
porridge, add sugar candy or jaggery as needed. 20 gm with water if ghee is to be added
Add ghee and give it to the patient.
19. Dry ginger: Boil 5 grams dry ginger powder in 200 ml water. When one cup is left, add 10
-15 ml castor oil to it and drink it empty stomach before menstruation, seven days before
menstruation.
20.. Tub bath ie Katisnan: Fill the hot water in the tub, put the feet out and submerge the waist
and below the navel. Thus, sitting for 30 minutes in the morning.
barley is cooked, remove it and filter it with a sieve and feed it to the patient.
12. Barley Gual: Mix 50 grams of barley flour in a little water and add 700 ml of boiling water
slowly and cook on low flame for 10 to 15 minutes. Sieve it and mix warm milk in it and let
it cool for some time. Then give it to the patient.
13. Ghanes (Maheri): Bake a handful of rice on it. Put rice in a kilo of water, add a little bit of
salt, and boil half the water till it burns. If you want to add buttermilk later, add buttermilk,
if it is ready to become a dense butter then you can add cumin, coriander, cloves, ginger and
black pepper in sesame oil and then drink it hot.
14. Javlu Mixed Grains: Grind mung, rice, gram, wheat separately on a pan and grind them
coarsely. After mixing, cook one mutha mixture in a kilo of water by adding a little sengha
salt on low heat. You can add cumin, fenugreek, cloves cardamom, ginger, cinnamon,
coriander, black pepper, turmeric, garlic and then give it to the patient.
15. Coriander Panchak: Grind coriander, fennel, kalidraksh, and sugar candy in equal
portions and crush 20 grams of this mixture in 200 ml water overnight and then drink it
after filtering.
16. Kalidraksh means black decoction of dry grapes: Soak 20 grams Kalidraksh in 300 ml
water for at least 8 hours. After that, boil it when 100 ml water is left, then crush and drink
in it.
17. Gram juice: Soak 50 grams of gram in 500 ml water and keep it for six to seven hours.
After this, boil the gram with water and put it in the pot and after that add a little sengha
salt and 5 -6 black peppercorns, after cooking for some time, filter the juice and give it to the
patient.
18. Oatmeal: After roasting 100 grams of fine wheat dalia in a pot, add 1500 ml of boiling
water. When the Dalia is cooked well then remove it and add spices to it. To make sweet
porridge, add sugar candy or jaggery as needed. 20 gm with water if ghee is to be added
Add ghee and give it to the patient.
19. Dry ginger: Boil 5 grams dry ginger powder in 200 ml water. When one cup is left, add 10
-15 ml castor oil to it and drink it empty stomach before menstruation, seven days before
menstruation.
20.. Tub bath ie Katisnan: Fill the hot water in the tub, put the feet out and submerge the waist
and below the navel. Thus, sitting for 30 minutes in the morning.
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